खूबसूरत रानी पद्मिनी के अलावा इन 3 चीजों को पाना चाहता था खिलजी, जो नहीं हुई उसे हासिल
अला-उद-दीन खलजी, अली गुरशस्प के रूप में पैदा हुए, वे खिलजी वंश के सबसे शक्तिशाली सम्राट थे जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में दिल्ली सल्तनत पर शासन किया था। अलाउद्दीन ने राजस्व, मूल्य नियंत्रण और समाज से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक परिवर्तन किए।
परिवर्तन करने के बावजूद उनकी गिनती सबसे क्रूर शासको में होती थी। वह चित्तौड़ पर हमला करना चाहता था। इसलिए जब चित्तौड़ के राजा महारावल रतन सिंह ने राघव चेतन पंडित को अपने राज्य से देश निकाला दे दिया था तो वह राजा से बदला लेने के लिए खिलजी से जाकर मिल गया। उसने इस दौरान कई ऐसे राज खिलजी को बता दिए जो उसे नहीं बताने चाहिए थे।
उसने रानी पद्मिनी के अलावा ऐसी तीन कीमती चीजों के बारे में अल्लाउद्दीन खिलजी को बताया जिनके बारे में जानते ही खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण कर दिया। आइए जानते हैं वो तीन कीमती चीजें क्या थी।
पहली चीज
इन सबसे सखास चीजों में पहली हीरामणि तोता था जो इंसानों की तरह ही बाते करता था और कई ज्ञान की बातें लोगों को बताता था। महाराज महारावल रत्न सिंह को ये तोता सबसे प्रिय था।
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दूसरी चीज
दूसरी चीज पारस पत्थर था। पारस पत्थर को छूने से कोई भी चीज सोना बन जाती थी। यह पत्थर महारावल रतन सिंह ने छुपा कर रखा था क्योकिं उन्हें पता था कि जिसको भी ये मिलेगा वो इसका गलत फायदा उठाएगा इसलिए वो आज तक किसी को नहीं मिला है।
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तीसरी चीज
नीलम नग ऐसा नग था जिसमें एक विशेष प्रकार की दवा भरी हुई थी। यदि कोई व्यक्ति इसका सेवन करे तो वो कभी बूढ़ा नहीं दिखता था। इसे भी खिलजी पाना चाहता था।