इस बार आप भी महसूस कर रहे होंगे कि पिछले कई सालों के मुकाबले इस बार गर्मी का कहर कम है और तापमान भी कम है। तो आखिर तापमान कम होने का क्या कारण है? इस बारे में सब जानना चाहते होंगे। कुछ लोगों का मानना है कि कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन के चलते प्रदूषण में गिरावट आई है जिस से तापमान बेहद कम है।

लेकिन आपको बता दें कि प्रदूषण के अलावा इसका असली रीजन क्या है ?

अपवाहों पर ना करें भरोसा, आज इस समय जारी होंगे लॉकडाउन 4 के नए नियम

इसकी वजह वेस्टर्न डिस्टरबेंस यानि पश्चिम विक्षोभ है। पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर व कैस्पियन सागर से होकर भारत पहुंचने वाला एक तरह का अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय तूफान है यह एक तरह का तूफान है जो ईरान, अफगानिस्तान होते हुए भारत आता है।

आज इतनी हो गई सोने की कीमतें, खरीद लो वरना मई के अंत तक हालात होंगे बेहद खराब

जब यह हिमालय पर पहुंचता है तो भारी बारिश व बर्फबारी होती है। लेकिन जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस से मानसूनी बारिश नहीं होती है। पश्चिमी विक्षोभ के बारे में सटीक तौर पर बता पाना काफी मुश्किल होता है।

अन्य कई देशों में तापमान अधिक है याद रखने वाली बात यह है कि पिछले वर्ष ही तमाम वैज्ञानिकों की ओर से कहा गया था कि 2020 सबसे गर्म साल होगा हालांकि आप सोच रहे होंगे कि गर्मी कम है तो यह अच्छी बात है। ये बात हमारे लिए अच्छी हो सकती है लेकिन आने वाले मानसून के महीने के लिए ये जरा भी अच्छी बात नहीं है।

Related News