Entertainment News- 90 के दशक में इन टीवी सीरियल्स को देखने के लिए बेताब रहते थे लोग, जानिए इनके बारे में
- byJitendra
- 12 Jun, 2025

By Jitendra Jangid- दोस्तो आज टीवी की दुनिया सिनेमा जितनी ही लोकप्रिय है, दोस्तो ये लोकप्रियता टीवी इंडस्ट्री ने कुछ दिनों में ही हासिल नहीं की हैं, बल्कि इसे ऐसा करने में कई दशक लगे हैं, टीवी इंडस्ट्री ने कई अनगिनत यादगार शो दिए हैं - जो न केवल मनोरंजन करते हैं बल्कि हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा भी बन गए हैं। पारिवारिक ड्रामा से लेकर सुपरहीरो गाथाओं तक, इन शो ने एक युग को परिभाषित किया और आज भी हमारे दिलों में एक खास जगह रखते हैं। आइए जानते हैं उन शो के बारे में जिनको देखने के लिए लोग बेताब रहते थे-

1. क्योंकि सास भी कभी बहू थी (2000-2008)
लगभग हर भारतीय घर में प्रसारित, एकता कपूर द्वारा निर्मित यह पारिवारिक ड्रामा एक सांस्कृतिक घटना बन गई। यह शो आठ साल तक सफलतापूर्वक चला और भारत में दैनिक धारावाहिकों को फिर से परिभाषित किया।
2. कहानी घर घर की (2000-2008)
क्योंकि सास भी कभी बहू थी के समानांतर चलने वाले इस शो ने पार्वती और उसके संयुक्त परिवार के जीवन के माध्यम से भारतीय पारिवारिक मूल्यों का सार प्रस्तुत किया।
3. कसौटी ज़िंदगी की (2001-2008)
इस शो ने न केवल श्वेता तिवारी को घर-घर में मशहूर कर दिया, बल्कि प्रतिष्ठित प्रतिपक्षी कोमोलिका को भी पेश किया।

4. कहीं तो होगा (2003-2007)
इस रोमांटिक ड्रामा ने युवा दर्शकों को खूब पसंद किया। सुजल और कशिश की प्रेम कहानी चार साल तक चली और इसने काफ़ी लोकप्रियता हासिल की।
5. कुमकुम: एक प्यारा सा बंधन
भारतीय टेलीविज़न पर सबसे लंबे समय तक चलने वाले धारावाहिकों में से एक, कुमकुम ने कुमकुम और सुमित की यात्रा को दर्शाया।
6. शक्तिमान
पहला भारतीय सुपरहीरो शो, शक्तिमान, 90 के दशक के हर बच्चे की कल्पना पर छा गया था। मुकेश खन्ना द्वारा निभाए गए मुख्य किरदार ने इसे एक कल्ट क्लासिक बना दिया।
7. शाका लाका बूम बूम
एक जादुई पेंसिल जो चित्रों को जीवंत कर देती है? कोई आश्चर्य नहीं कि शाका लाका बूम बूम हर बच्चे का पसंदीदा शो बन गया।