दोस्तो शरीर के अन्य अंगों की तरह हमारी आंखें बहुत ही महत्वपूर्ण है, जिनकी वजह से हम पूरी दुनिया की खूबसूरती देखतेल हैं, लेकिन लगातार तेज रोशनी वाले मोबाइल, लैपटाप, कंप्युटर आदि देखते हुए बीताते हैं, जिसकी वजह से आंखें कमजोर हो जाती हैं, ऐसे में आंखें पीली होना एक आम बात लग सकते हैं, लेकिन यह एक बात नहीं हैं, जब शरीर में बिलीरुबिन, जो रेड ब्लड सेल्स के टूटने से बनने वाला एक पीला पिगमेंट है, ब्लडस्ट्रीम में बढ़ जाता है। आइए जानते हैं इसका कारण-

1. लिवर से जुड़ी प्रॉब्लम
ठीक से काम न करने वाला लिवर बिलीरुबिन को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाता, जिससे यह जमा होने लगता है। हेपेटाइटिस, फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी कंडीशन पीली आँखों के आम कारण हैं।
2. एनीमिया
जब हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो जाता है, तो रेड ब्लड सेल्स ज़्यादा तेज़ी से टूटने लगते हैं। इससे शरीर में बिलीरुबिन का लेवल बढ़ जाता है, जिससे आँखें पीली हो जाती हैं।

3. गॉलस्टोन
गॉलस्टोन बाइल डक्ट को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे बाइल ठीक से फ्लो नहीं हो पाता। इस ब्लॉकेज की वजह से खून में बिलीरुबिन बढ़ जाता है और आँखें पीली हो जाती हैं।
4. पैंक्रियास की दिक्कतें
पैंक्रियास में इन्फेक्शन, सूजन या ट्यूमर बाइल डक्ट्स पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे नॉर्मल बाइल फ्लो पर असर पड़ता है और जॉन्डिस हो सकता है।
5. दवा के साइड इफेक्ट्स
कुछ दवाएं—जिनमें कुछ एंटीबायोटिक्स, स्टेरॉयड और पेनकिलर शामिल हैं—लिवर के काम पर असर डाल सकती हैं। जब लिवर पर दबाव पड़ता है, तो आंखें पीली दिखने लग सकती हैं।





